श्रद्धालुओं ने गंगा में लगाई आस्था की डुबकी, मंदिरों में हुई पूजा अर्चना
बसंत पंचमी का पर्व हरिद्वार के अधिकांश भाग में आज ही मनाया गया। मुख्य स्नान भी आज ही हुआ। ठंड होने के बाद भी हरिद्वार में गंगा स्नान के लिए घाटों पर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी रही। लोगों ने घरों और मंदिरों में विद्या की देवी मां सरस्वती की पूजा अर्चना कर प्रार्थना की। 
 

शहर में जगह-जगह मीठे चावल के रूप में प्रसाद वितरित किया गया। वहीं बच्चों के साथ ही बड़ों ने भी पतंगबाजी का लुत्फ उठाया। श्रद्धालुओं ने गंगा स्नान के साथ ही पूजा अर्चना और दान कर पुण्य अर्जित किया। इस दिन पीले कपड़े धारण कर अन्न-वस्त्र दान करना भी शुभ माना जाता है। इसके चलते लोगों ने खूब दान भी किया। 


ब्रह्म मुहूर्त में ही शुरू हुआ स्नान



लोगों ने ब्रह्म मुहूर्त से स्नान शुरू कर दिया था। हालांकि सुबह कोहरा होने के कारण घाटों पर भीड़ थोड़ी कम दिखाई दी, लेकिन मौसम खुलने के साथ ही हरकी पैड़ी, सर्वानंद घाट, बिरला घाट समेत सभी घाटों पर श्रद्धालुओं का हुजूम उमड़ा पड़ा। 

मान्यता है कि आज ही के दिन मां सरस्वती का प्रादुर्भाव हुआ था। बुधवार को बसंत पंचमी की तिथि 29 जनवरी को सुबह 10 बजकर 30 मिनट से प्रारंभ हुई और 30 जनवरी को दोपहर एक बजे तक रही। 30 जनवरी को पंचमी उदय तिथि में होने के कारण अधिकांश लोग 30 जनवरी को बसंत पंचमी का स्नान किया।